HAROP ड्रोन एक लोटरिंग म्यूनिशन है जिसे इज़राइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज़ (IAI) के MBT मिसाइल डिविज़न द्वारा विकसित किया गया है। हाल ही में इसे भारतीय सशस्त्र बलों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' में पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम पर हमला करने के लिए इस्तेमाल किया। ये ड्रोन लक्ष्य क्षेत्र के ऊपर 9 घंटे तक मंडरा सकते हैं और खतरों की तलाश कर सकते हैं। ये अपने भीतर लगे विस्फोटक से सीधे टकराकर लक्ष्य को नष्ट कर देते हैं। ये सामान्य मानव रहित विमानों (UAVs) से अलग हैं क्योंकि ये निगरानी और हमले दोनों कार्य करते हैं। ये इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल (EO) या इन्फ्रारेड (IR) सेंसर की मदद से दुश्मन के ठिकानों को खोजते और निशाना बनाते हैं। HAROP ड्रोन स्वायत्त रूप से काम कर सकते हैं लेकिन अंतिम हमले की अनुमति मानव ऑपरेटर से लेते हैं। इनमें मिशन को बीच में रोकने की सुविधा भी होती है जिससे अनचाही क्षति से बचा जा सके।
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