कार्बन-कार्बन (C=C) बंध की सामान्य बंध लंबाई लगभग 1.34 एंगस्ट्रॉम होती है। यह लंबाई उन दो परमाणुओं के बीच की दूरी को दर्शाती है जो आपस में जुड़े होते हैं और यह बंध की मजबूती व स्थिरता का महत्वपूर्ण मानक है। C=C बंध में यह दूरी दो कार्बन परमाणुओं के नाभिक के बीच की होती है। यह दूरी कार्बन परमाणुओं के आकार और बंध में मौजूद इलेक्ट्रॉनों की संख्या व संरचना पर निर्भर करती है। C=C बंध की लंबाई अपेक्षाकृत छोटी होती है, जिससे यह बंध अधिक मजबूत और स्थिर बनता है।
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