20 फरवरी 1947 को ब्रिटिश प्रधानमंत्री क्लेमेंट एटली ने घोषणा की कि ब्रिटिश सरकार जून 1948 तक भारत को पूर्ण स्वशासन देगी और सत्ता का हस्तांतरण भारतीयों के हाथों में कर देगी। यह घोषणा लगभग दो सौ वर्षों के ब्रिटिश शासन के अंत की शुरुआत थी। यह निर्णय भारतीय राष्ट्रवादी नेताओं के बढ़ते दबाव और ब्रिटेन की युद्ध के बाद की थकान के कारण लिया गया। इसके बाद लॉर्ड माउंटबेटन को भारत का वायसराय नियुक्त किया गया। उन्होंने 3 जून योजना बनाई और ब्रिटिश भारत के विभाजन की घोषणा की।
This Question is Also Available in:
English