लद्दाख में हेमिस उत्सव तिब्बती कैलेंडर के त्से-चू माह के 10वें दिन हर साल मनाया जाता है। यह दो दिवसीय उत्सव गुरु पद्मसंभव की जयंती का प्रतीक है। इस दिन हेमिस मठ को भव्य रूप से सजाया जाता है और समारोह आयोजित किया जाता है। इस दौरान युवा और वृद्ध लामाओं द्वारा मुखौटा नृत्य प्रस्तुत किया जाता है, जो अंतिम दिन 'स्तोर्मा' (बलि अर्पण) के विसर्जन के साथ संपन्न होता है।
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