डॉ. बसंत गोयल को दुबई में संयुक्त राष्ट्र ग्लोबल एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया और उन्हें यूएसए इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी से मानद डॉक्टरेट मिली। उन्होंने प्रतिष्ठित अमेरिकी संस्थानों से फार्मेसी में स्नातक, डायबिटीज में पीएचडी और हेल्थ साइंस में डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त की है। उनके मानवीय कार्यों को कोविड-19 महामारी के दौरान पहचान मिली, जिससे उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (लंदन) में उल्लेख मिला। 6 जुलाई 2024 को उन्होंने एक शिविर में सबसे अधिक रक्तदान का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया, जिससे भारत में प्रतिदिन 200 यूनिट सुनिश्चित की गईं। उन्हें भारत के राष्ट्रपति द्वारा "ब्लड मैन ऑफ इंडिया" का नाम दिया गया और राष्ट्रपति भवन में चार दिनों के लिए आमंत्रित किया गया। इंटरनेशनल बुक ऑफ ऑनर (इंग्लैंड) ने 26 अक्टूबर 2024 को उनके योगदान को मान्यता दी।
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