कश्मीरी, कोंकणी, संथाली
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मानसून सत्र के दौरान घोषणा की कि अब संसद की कार्यवाही आठवीं अनुसूची की सभी 22 भाषाओं में उपलब्ध होगी। पहले केवल 18 भाषाओं में सुविधा थी। अब कश्मीरी, कोंकणी और संथाली को जोड़कर सूची पूरी की गई है। यह भारत की भाषाई विविधता को दर्शाता है और संसद में संवाद को आसान बनाता है।
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