भारतीय सेना ने 'आत्मनिर्भरता' पहल को आगे बढ़ाते हुए 550 स्वदेशी रूप से विकसित 'अस्मि' मशीन पिस्टल को उत्तरी कमान में शामिल किया। इस पिस्टल को कर्नल प्रसाद बंसोड़ और डीआरडीओ ने विकसित किया और इसका निर्माण हैदराबाद की लोकेश मशीनों ने किया। यह नजदीकी लड़ाई के लिए डिजाइन की गई है और इसमें कॉम्पैक्ट, हल्की और सेमी-बुलपप कॉन्फ़िगरेशन है, जो इसे एक हाथ से कुशल संचालन की अनुमति देती है। इसकी फायरिंग दर उच्च है, छोटे से मध्यम दूरी के लिए सटीकता विश्वसनीय है और यह कठिन परिस्थितियों में टिकाऊ है। 'अस्मि' 100% मेक इन इंडिया हथियार है, जो अनुकूलन और तेजी से उत्पादन के लिए ऑपरेशनल लचीलापन प्रदान करता है।
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