गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट
हाल ही में अधिकारियों ने बताया कि भारतीय नौसेना का गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट INS ब्रह्मपुत्र, जो पिछले साल डॉकयार्ड दुर्घटना में क्षतिग्रस्त हो गया था, वर्ष 2025 के अंत तक फिर से समुद्र में चलने योग्य हो जाएगा और 2026 के मध्य तक पूरी तरह से युद्ध के लिए तैयार रहेगा। INS ब्रह्मपुत्र ब्रह्मपुत्र श्रेणी का पहला स्वदेशी रूप से निर्मित गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट है। इसे कोलकाता स्थित गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (GRSE) ने बनाया था। यह पोत 14 अप्रैल 2000 को भारतीय नौसेना में शामिल हुआ था। यह तटीय और अपतटीय गश्त, समुद्री मार्गों की निगरानी, समुद्री कूटनीति, आतंकवाद विरोधी और समुद्री डकैती रोधी अभियानों में काम करता है।
This Question is Also Available in:
Englishमराठीಕನ್ನಡ