प्रधानमंत्री मोदी ने वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) योजना के एक दशक का जश्न मनाते हुए भारत के पूर्व सैनिकों और पूर्व सेवा कर्मियों को सम्मानित किया। ओआरओपी यह सुनिश्चित करता है कि सेवानिवृत्ति की तिथि के बावजूद समान रैंक और सेवा अवधि में सेवानिवृत्त होने वाले कर्मियों को समान पेंशन मिले। पेंशन 2013 में समान रैंक और सेवा अवधि में सेवानिवृत्त हुए कर्मियों की औसत पेंशन के आधार पर पुनः निश्चित की जाती है। बकाया राशि किस्तों में दी जाती है, जबकि परिवारिक पेंशनभोगियों और वीरता पुरस्कार विजेताओं को एकमुश्त दी जाती है। पेंशन हर पांच साल में पुनः निश्चित की जाती है और इसे रक्षा मंत्रालय के पूर्व सैनिक कल्याण विभाग द्वारा प्रबंधित किया जाता है।
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