रेडियो तरंगें प्रवाहकीय तारों में आवेशों की त्वरित गति से उत्पन्न होती हैं। इनका उपयोग रेडियो और टेलीविजन संचार प्रणालियों में किया जाता है। इनकी आवृत्ति 300 GHz से 3 kHz तक होती है और इनका तरंगदैर्घ्य 0.1 m से अधिक होता है।
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