भारत सरकार द्वारा हर साल 21 अप्रैल को राष्ट्रीय सिविल सेवा दिवस मनाया जाता है ताकि देश की सेवा करने वाले सिविल सेवकों की समर्पण भावना का सम्मान किया जा सके। इसे पहली बार 2006 में मनाया गया था और यह 1947 के उस दिन को चिह्नित करता है जब सरदार वल्लभभाई पटेल ने सिविल सेवकों को "भारत की इस्पात फ्रेम" कहा था। पटेल ने दिल्ली के मेटकाफ हाउस में प्रशासनिक सेवा के परिवीक्षाधीनों को संबोधित करते हुए सार्वजनिक सेवा की सच्ची भावना पर जोर दिया था। इस दिन भारत के प्रधानमंत्री सार्वजनिक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री (पीएम) पुरस्कार प्रदान करते हैं। ये पुरस्कार नवाचार और जिला विकास जैसे क्षेत्रों में अधिकारियों के उत्कृष्ट कार्य को मान्यता देते हैं। इस वर्ष 17वां सिविल सेवा दिवस है, जिसमें प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में अधिकारियों को संबोधित किया।
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