राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस हर साल 24 अप्रैल को मनाया जाता है ताकि 1993 के 73वें संवैधानिक संशोधन अधिनियम के अधिनियमन का स्मरण किया जा सके। इस अधिनियम ने भारत में पंचायती राज प्रणाली को संवैधानिक दर्जा दिया और स्थानीय स्वशासन पर जोर दिया। राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस 2025 विकेंद्रीकरण और जमीनी लोकतंत्र के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। पंचायती राज संस्थाएं (पीआरआई) ग्रामीण समुदायों को लोगों की जरूरतों के आधार पर स्थानीय निर्णय लेने की अनुमति देकर सशक्त बनाती हैं। भारत सरकार इस दिन ग्राम पंचायतों, ब्लॉक पंचायतों और जिला परिषदों द्वारा किए गए नवोन्मेषी और प्रभावशाली प्रयासों को सम्मानित करने के लिए राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार भी प्रदान करती है।
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