बिना राज्य वाला समाज
मार्क्सवाद एक सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक दर्शन है जो पूंजीवाद के श्रम, उत्पादकता और आर्थिक विकास पर प्रभाव का विश्लेषण करता है। यह राज्य को वर्ग शासन बनाए रखने का साधन मानता है और मानता है कि जब वर्ग शासन समाप्त हो जाएगा तब राज्य भी समाप्त हो जाएगा। इसलिए इसका उद्देश्य पूंजीवादी समाज और उसकी दमनकारी संरचना को समाप्त कर एक ऐसा समाज बनाना है जिसमें सभी समान हों और राज्य का अस्तित्व न हो।
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