माथो नागरंग उत्सव लद्दाख के माथो मठ में मनाया जाने वाला दो दिवसीय बौद्ध उत्सव है। यह तिब्बती कैलेंडर के पहले महीने की 14वीं और 15वीं तिथि को होता है, जो आमतौर पर फरवरी या मार्च में पड़ती है। इसे "ओरेकल्स का उत्सव" भी कहा जाता है, जिसमें दो भविष्यवक्ता या "रोंग्त्सान" समुदाय को भविष्य संबंधी मार्गदर्शन देते हैं। यह उत्सव लद्दाख के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और आध्यात्मिक आयोजन है।
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