2024-25 वित्तीय वर्ष के लिए भारत का राजकोषीय घाटा GDP का 4.9% होने का अनुमान है, जो 2023-24 में 5.6% से कम है। सरकार का लक्ष्य राजकोषीय घाटे को ₹16,13,312 करोड़ पर नियंत्रित करना है, जो राजस्व और व्यय के बीच के अंतर पर जोर देता है। राजकोषीय घाटा सरकार की उधारी की जरूरतों और समग्र आर्थिक स्वास्थ्य को समझने के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह कुल व्यय और कुल राजस्व के बीच के अंतर को दर्शाता है।
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