रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO)
हाल ही में DRDO ने भारत का पहला स्वदेशी फोटोनिक रडार विकसित किया है। यह रक्षा और नागरिक रडार तकनीक के क्षेत्र में एक बड़ा कदम है, जिससे भारत अगली पीढ़ी की रडार तकनीक में अग्रणी देशों में शामिल हो गया है। फोटोनिक रडार पारंपरिक इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल की जगह प्रकाश आधारित तकनीक का उपयोग करता है, जिससे उच्च बैंडविड्थ और बेहतर रिज़ॉल्यूशन मिलता है।
This Question is Also Available in:
Englishमराठीಕನ್ನಡ