मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) ने 9 जनवरी 2025 को भारतीय नौसेना को छठी स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी आईएनएस वाघशीर सौंपी। इससे परियोजना पी-75 का समापन हुआ और भारत की पनडुब्बी क्षमता में वृद्धि हुई। आईएनएस वाघशीर ने कठोर परीक्षणों को पार किया और इसमें उन्नत स्टेल्थ तकनीक, सटीक निर्देशित हथियार और स्वदेशी प्रणालियाँ शामिल हैं। यह पनडुब्बी रक्षा प्रौद्योगिकी में भारत की आत्मनिर्भरता को मजबूत करती है। एमडीएल परियोजना 75(I) के लिए तैयार है जो परमाणु शक्ति से चलने वाली पनडुब्बियों का निर्माण करेगी। शिपयार्ड अब एक साथ 10 बड़े युद्धपोत और 11 पनडुब्बियाँ बनाने की क्षमता रखता है, जिससे भारत की नौसैनिक क्षमताओं में उन्नति होती है।
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