पोलावरम बहुउद्देश्यीय परियोजना के संभावित प्रभावों को लेकर ओडिशा, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के बीच विवाद छिड़ा हुआ है। यह परियोजना आंध्र प्रदेश में गोदावरी नदी पर स्थित है और इसका उद्देश्य सिंचाई, पेयजल आपूर्ति, जलविद्युत उत्पादन और बाढ़ नियंत्रण में सहायता करना है। 1980 में गोदावरी नदी पर इस परियोजना की परिकल्पना की गई थी ताकि सिंचाई और बिजली की जरूरतों को पूरा किया जा सके। ओडिशा 162 गांवों के डूबने और आदिवासी आबादी पर प्रभाव को लेकर चिंतित है। छत्तीसगढ़ पर्यावरणीय क्षति और डाउनस्ट्रीम डूबने की चिंता करता है। तेलंगाना परियोजना की व्यवहार्यता और इसके पारिस्थितिक और जल संसाधन प्रभावों पर सवाल उठाता है। ओडिशा एक नई बैकवाटर अध्ययन की मांग कर रहा है, जिसे केंद्रीय जल आयोग ने अस्वीकार कर दिया है।
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