सौर पराबैंगनी विकिरण पृथ्वी के समतापमंडल से गुजरते समय अवशोषित और प्रकीर्णित होता है। समतापमंडल में स्थित ओजोन परत सूर्य के 97 से 99 प्रतिशत पराबैंगनी (यूवी) विकिरण को अवशोषित कर लेती है। इसके परिणामस्वरूप 290 नैनोमीटर से कम तरंगदैर्ध्य वाला यूवी विकिरण पृथ्वी की सतह तक नहीं पहुंचता, जो अन्यथा पृथ्वी पर मौजूद जीवों के लिए हानिकारक हो सकता था।
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