1947 में भारत की स्वतंत्रता और विभाजन के समय 552 रियासतों को भारत या पाकिस्तान में शामिल होने का विकल्प दिया गया था। जूनागढ़ के नवाब मुहम्मद महाबत खानजी तृतीय ने 15 सितंबर 1947 को पाकिस्तान में विलय का निर्णय लिया। फरवरी 1948 में जनमत संग्रह हुआ, जिसमें अधिकांश लोगों ने भारत में शामिल होने के पक्ष में मतदान किया। हैदराबाद भारतीय संघ में शामिल होने वाली अंतिम रियासत थी। इसके निजाम उस्मान अली खान, आसिफ जाह सप्तम ने विलय से इनकार कर स्वतंत्रता की घोषणा कर दी। 13 सितंबर 1948 को भारत ने 'ऑपरेशन पोलो' नाम से सैन्य अभियान चलाकर हैदराबाद को अपने नियंत्रण में लिया, जिसे "पुलिस कार्रवाई" कहा गया।
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