विश्व स्वास्थ्य संगठन
इंटरनेशनल रेडॉन प्रोजेक्ट (IRP) एक शोध पहल है जिसे 1980 के दशक में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने शुरू किया था। इसका उद्देश्य रेडॉन के संपर्क से होने वाले स्वास्थ्य प्रभावों का अध्ययन करना और इससे होने वाले विकिरण से बचाव के लिए दिशानिर्देश तैयार करना है। रेडॉन एक प्राकृतिक रूप से उत्पन्न होने वाली रेडियोधर्मी गैस है, जो यूरेनियम और रेडियम के क्षय से बनती है। ये तत्व मिट्टी, चट्टानों और पानी में थोड़ी मात्रा में पाए जाते हैं। जब रेडॉन हवा में मिल जाता है तो यह सांस के जरिए फेफड़ों में पहुंच सकता है, जिससे आयनकारी विकिरण का प्रभाव बढ़ता है और फेफड़ों के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
This Question is Also Available in:
English