एंटी-नॉक एजेंट एक गैसोलीन योजक है जो इंजन नॉकिंग को कम करने और ईंधन की ऑक्टेन रेटिंग बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है। यह दहन के तापमान और दबाव को बढ़ाकर काम करता है। 1920 के दशक से टेट्राएथाइल लेड को पेट्रोल में मिलाया जाने लगा क्योंकि यह एक सस्ता ऑक्टेन बूस्टर था, जिससे इंजन का संपीड़न काफी बढ़ा। इससे वाहन का प्रदर्शन और ईंधन दक्षता बेहतर हुई।
This Question is Also Available in:
English