हाल ही में जनजातीय कार्य मंत्रालय ने नई दिल्ली के भारत मंडपम में आदि कर्मयोगी अभियान के राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान विश्व की पहली डिजिटल जनजातीय विश्वविद्यालय 'आदि संस्कृति' शुरू की। यह एक डिजिटल अकादमी और ई-लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म है, जो जनजातीय कला, संस्कृति, शिल्प और ज्ञान प्रणालियों को बढ़ावा देता है। इसमें ऑनलाइन मार्केटप्लेस भी है, जिससे जनजातीय उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित किया जा सके। यह पहल जनजातीय विरासत के संरक्षण और आजीविका के नए अवसरों के लिए है।
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