महाराष्ट्र और गोवा
हाल ही में महाराष्ट्र में दशावतार प्रस्तुतियां शुरू हुई हैं। दशावतार पारंपरिक थिएटर शैली है जिसकी 800 सालों की समृद्ध विरासत है। यह भगवान विष्णु के दस अवतारों: मत्स्य, कूर्म, वराह, नरसिंह, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध और कल्कि का प्रतिनिधित्व करती है। कलाकार चमकीले मेकअप और वेशभूषा का उपयोग करते हैं और प्रस्तुति के दौरान पैडल हारमोनियम, तबला और झांझ (झांझ) का संगत होती है। यह महाराष्ट्र के दक्षिण कोकण क्षेत्र के सिंधुदुर्ग जिले और गोवा के उत्तर गोवा जिले में लोकप्रिय है।
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