Q. तीसरी बौद्ध परिषद के कौन से परिणाम थे? Answer:
उपरोक्त सभी
Notes:
तीसरी परिषद पाटलिपुत्र में अशोक के संरक्षण में और मोग्गलिपुत्त तिस्स (उपगुप्त के नाम से भी जाने जाते हैं) की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी। इसका उद्देश्य अधिकार के प्रतिद्वंद्वी दावों से उत्पन्न विवाद को सुलझाना था। इसके परिणाम थे: (i) स्थविरवादियों की सच्चे अनुयायियों के रूप में स्थापना और अन्य को विधर्मी के रूप में निष्कासित करना; (ii) त्रिपिटक का अंतिम संकलन (पहले के दो में एक तीसरा जोड़ा गया), जैसे सुत्त पिटक, विनय पिटक और अभिधम्म पिटक (पहले के दो पिटकों की दार्शनिक व्याख्या), और (iii) दुनिया के विभिन्न हिस्सों में मिशनरियों का प्रेषण।