सत्या नडेला ने जेवन्स पैराडॉक्स पर चर्चा करते हुए कहा कि एआई की दक्षता से मांग बढ़ सकती है और यह एक वस्तु बन सकती है। जेवन्स पैराडॉक्स कहता है कि जब तकनीकी प्रगति किसी संसाधन को सस्ता बनाती है तो अक्सर इसकी मांग बढ़ जाती है, उपयोग कम नहीं होता। इसे 1865 में विलियम स्टेनली जेवन्स ने प्रस्तावित किया था। जेवन्स ने देखा कि कोयले की दक्षता में सुधार से कोयले का उपयोग कम होने के बजाय बढ़ गया। तकनीकी प्रगति उन जरूरतों को पूरा करती है जो पहले तकनीक के अभाव के कारण पूरी नहीं हो पाती थीं।
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