केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और संसदीय कार्य राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने नई दिल्ली में ग्लोबल तिरुक्कुरल सम्मेलन की घोषणा की है और तैयारियां जारी हैं। तिरुक्कुरल, जिसे तिरुवल्लुवर ने लिखा है, 1,330 दोहों वाला एक क्लासिक तमिल ग्रंथ है जो नैतिकता, शासन, प्रेम और आध्यात्मिकता पर ज्ञान प्रदान करता है। यह तीन खंडों में विभाजित है: अरम (सदाचार), पोरुल (धन) और इनबम (प्रेम), जो नैतिक और व्यावहारिक मार्गदर्शन की एक विस्तृत श्रृंखला को कवर करता है। दोहे संक्षिप्त और काव्यात्मक होते हैं, जिससे वे यादगार और उद्धरणीय बन जाते हैं। तिरुक्कुरल का तमिल संस्कृति और जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा है।
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