ग्लव पपेट्स को स्लीव, हैंड या पाम पपेट्स भी कहा जाता है। इनका सिर पेपर माचे, कपड़े या लकड़ी से बना होता है और गर्दन के नीचे से दोनों हाथ निकले होते हैं। गुड़िया के बाकी हिस्से में लंबी स्कर्ट होती है। ये पपेट्स लामी गुड़ियों की तरह दिखते हैं लेकिन कुशल कठपुतली कलाकार के हाथों में इनके हाथों की कई तरह की हरकतें संभव होती हैं। इन्हें संचालित करने की तकनीक सरल होती है। इनके सभी मूवमेंट इंसानी हाथ से नियंत्रित होते हैं। तर्जनी उंगली को सिर और दोनों हाथों में डाला जाता है। इन तीन उंगलियों की मदद से ग्लव पपेट जीवंत हो उठता है। भारत में ग्लव पपेट्री परंपरा उत्तर प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और केरल में लोकप्रिय है।
This Question is Also Available in:
English