भारत में बायोगैस/संपीड़ित बायोगैस संयंत्रों की स्थापना प्रक्रिया को सरल बनाना
भारत भविष्य के ईंधन के रूप में संपीड़ित बायोगैस (सीबीजी) को बढ़ावा दे रहा है ताकि जीवाश्म ईंधन के उपयोग को कम किया जा सके और नवीकरणीय ऊर्जा की ओर बढ़ा जा सके। सीबीजी का उत्पादन कृषि अपशिष्ट, पशु अपशिष्ट, नगरपालिका ठोस अपशिष्ट, प्रेस मड और सीवेज स्लज से होता है। हालांकि सीबीजी संयंत्रों को अपनाने की गति धीमी रही है, दिसंबर 2024 तक केवल 115 संयंत्र कार्यरत हैं जो 2030 तक 5000 संयंत्रों के लक्ष्य से काफी कम है। 2018 में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण-फेज II के तहत शुरू की गई गोबर्धन योजना का उद्देश्य पशु गोबर, कृषि अपशिष्ट और जैविक सामग्री को बायोगैस, सीबीजी और जैव उर्वरकों में परिवर्तित करना है। यह योजना अपशिष्ट को धन में बदलकर एक परिपत्र अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देती है। इस योजना का प्रबंधन पेयजल और स्वच्छता विभाग, जल शक्ति मंत्रालय द्वारा किया जाता है।
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