AB+ रक्त समूह सार्वभौमिक ग्राही होता है क्योंकि इसमें सभी संभावित एंटीजन मौजूद होते हैं। इस कारण AB+ व्यक्तियों की प्रतिरक्षा प्रणाली सभी एंटीजन को पहचानने की आदी होती है, जिससे वे किसी भी रक्त समूह को ग्रहण कर सकते हैं।
This Question is Also Available in:
English