सूर्य मंदिर, कोणार्क
कोणार्क का सूर्य मंदिर एक भव्य पगोडा है। यह समुद्र से 2 किमी दूर स्थित है, लेकिन प्राचीन समय में यह तट के काफी करीब था। इसलिए यूरोपीय नाविक इसे दिशा निर्धारण के लिए उपयोग करते थे। इसके गहरे रंग और चुंबकीय प्रभाव के कारण, जो जहाजों को तट की ओर खींचता था और दुर्घटनाएं होती थीं, उन्होंने इसे "ब्लैक पगोडा" नाम दिया।
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