यूरेनस की धुरी सूर्य के लगभग लंबवत झुकी हुई है, जिससे ऐसा लगता है कि यह अपने किनारे पर घूम रहा है। इसकी कक्षा का बड़ा झुकाव इसे लेटा हुआ दिखाता है, इसलिए इसे 'अपने किनारे पर लेटा हुआ ग्रह' कहा जाता है। ध्यान दें कि यूरेनस को छोड़कर कोई अन्य ग्रह 30 डिग्री से अधिक नहीं झुका है। उदाहरण के लिए, पृथ्वी 23 डिग्री, बृहस्पति 3 डिग्री और शनि व नेपच्यून 29 डिग्री झुके हुए हैं। वहीं, यूरेनस की घूर्णन धुरी उसकी कक्षा के समतल से 98 डिग्री झुकी हुई है। वैज्ञानिकों के अनुसार, सौर मंडल के शुरुआती समय में पृथ्वी के आकार का एक ग्रह यूरेनस से कई बार टकराया, जिससे उसका झुकाव इतना अधिक हो गया।
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