बोस इंस्टीट्यूट, कोलकाता
हाल ही में, बोस इंस्टीट्यूट, कोलकाता के वैज्ञानिकों ने पौधों को गर्मी और बैक्टीरियल संक्रमण से बचाने के लिए एक संशोधित CRISPR टूल विकसित किया है। इसमें dCas9 नामक संस्करण का उपयोग किया गया, जो डीएनए नहीं काटता बल्कि जीन स्विच की तरह काम करता है। यह तकनीक पौधों को जरूरत पड़ने पर ही प्रतिक्रिया करने देती है, जिससे ऊर्जा की बचत और सहनशीलता बढ़ती है।
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