इसके वाष्प दाब का दोगुना
किसी भी गैस का आणविक भार (मोलर द्रव्यमान) उस गैस के एक कण के द्रव्यमान का एवोगैड्रो संख्या (6.02 × 10^23) से गुणनफल होता है। यह इसके वाष्प दाब का दोगुना होता है क्योंकि किसी भी गैस का आणविक द्रव्यमान उसकी घनत्व का दोगुना होता है, जबकि हाइड्रोजन के एक अणु में 2 परमाणु होते हैं।
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