Q. कांग्रेस पार्टी गरम दल और नरम दल में किस वर्ष विभाजित हुई?
Answer: 1907
Notes: 1907 में सूरत में हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वार्षिक अधिवेशन में पार्टी दो गुटों में बंट गई। गरम दल का नेतृत्व लाल-बाल-पाल (लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक और बिपिन चंद्र पाल) ने किया, जबकि नरम दल का नेतृत्व महाराष्ट्र के गोपाल कृष्ण गोखले (जो गांधीजी के मार्गदर्शक थे) ने संभाला। अरविंदो घोष और चिदंबरम पिल्लई जैसे राष्ट्रवादियों ने तिलक का समर्थन किया। अपने उद्देश्यों को आगे बढ़ाने के लिए नरमपंथियों ने प्रार्थना, निवेदन और विरोध (3 पी) की नीति अपनाई, लेकिन इसका विशेष प्रभाव नहीं पड़ा। धीमी प्रगति से असंतुष्ट गरम दल ने उग्र उपायों की वकालत की, जो नरम दल को स्वीकार नहीं थे। गरम दल ने केवल 3 पी तक सीमित न रहकर आंदोलन, हड़ताल और बहिष्कार को भी जरूरी माना। ब्रिटिश सरकार ने नरम दल का समर्थन किया और गरम दल को दबाने का प्रयास किया। उदाहरण के लिए, तिलक सहित गरम दल के समाचार पत्रों को बंद कर दिया गया और तिलक को देशद्रोह के आरोप में 6 साल के लिए मांडले (म्यांमार/बर्मा) की जेल भेज दिया गया।

This Question is Also Available in:

English

उपर्युक्त प्रश्न GKToday Android ऐप पर 40000+ सामान्य ज्ञान / सामान्य अद्ययन प्रश्नोत्तरी श्रृंखला [English - हिंदी] पाठ्यक्रम से लिया गया है।