1540 ईस्वी में कन्नौज की लड़ाई में हुमायूं को फिर से शेरशाह सूरी ने हरा दिया। इस बार अमरकोट के हिंदू राजपूत शासक राणा वीरसाल ने हुमायूं को शरण दी, जहां जलाल-उद-दीन मुहम्मद अकबर का जन्म हुआ। इससे पहले 1539 ईस्वी में चौसा की लड़ाई में शेरशाह सूरी ने उसे हराया था और हुमायूं को फारस के शाह तहमास्प के दरबार में शरण लेनी पड़ी थी।
This Question is Also Available in:
English