एथिलीन (C2H4) एक अध्रुवीय अणु है क्योंकि इसमें विद्युत आवेशों का समान वितरण होता है। इसमें दो कार्बन परमाणुओं के बीच युग्मित बंधन होता है और दोनों की विद्युत ऋणात्मकता समान होती है। इस कारण साझा इलेक्ट्रॉन युग्म दोनों कार्बन परमाणुओं के बीच संतुलित रहता है। परिणामस्वरूप एथिलीन एक अध्रुवीय और रैखिक अणु होता है।
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