Q. अम्मन और कल्याण मंडप को __ की मंदिर वास्तुकला का अभिन्न अंग माना जाता है। Answer:
विजयनगर
Notes: अम्मन और कल्याण मंडप विजयनगर साम्राज्य की मंदिर वास्तुकला के महत्वपूर्ण तत्व माने जाते हैं। 1336 ईस्वी में हरिहर और बुक्का द्वारा स्थापित इस साम्राज्य की वास्तुकला की कुछ खास विशेषताएँ हैं:
कल्याण मंडप: यह एक चौकोर ऊँचा मंच होता है, जिसे सुंदर नक्काशीदार स्तंभों से घेरा जाता है। यहाँ मंदिर के देवता और उनकी संगिनी के विवाह से जुड़े अनुष्ठान होते थे।
अम्मन मंदिर: यह किसी पुरुष देवता की संगिनी को समर्पित एक सहायक मंदिर होता है।
राय गोपुरम: भव्य प्रवेशद्वार।
गर्भगृह: मंदिर का मुख्य पवित्र कक्ष।
स्तंभयुक्त मंडप: सुंदर नक्काशीदार स्तंभों वाले हॉल।
ऊँचे शिखर: प्रमुख मीनारें।
विशाल विवाह मंडप: विवाह समारोहों के लिए बड़े हॉल।
सभा मंडप: बैठकों के लिए स्थान।
वसंत मंडप: मंडप जैसी संरचनाएँ।
विजयनगर साम्राज्य ने होयसाल, चोल और चालुक्य जैसे पूर्ववर्ती साम्राज्यों से प्रेरणा लेकर अपनी अनूठी वास्तुकला विकसित की।