राजस्थान के अजमेर में स्थित अधाई दिन का झोपड़ा मूल रूप से 660 ईस्वी में एक जैन मंदिर था, जिसे बाद में संस्कृत विद्यालय में बदल दिया गया। 1192 में कुतुबुद्दीन ऐबक ने इसे ढाई दिन में मस्जिद में परिवर्तित किया, जिससे इसका यह नाम पड़ा। इस संरचना में हिंदू और इस्लामी स्थापत्य शैली का मिश्रण देखने को मिलता है।
This Question is Also Available in:
English