मोलोटोव-रिबेंट्रोप संधि
मोलोटोव-रिबेंट्रोप संधि 1939 में नाज़ी जर्मनी और सोवियत संघ के बीच एक अनाक्रमण संधि थी। इसका उद्देश्य था कि दोनों देश एक-दूसरे पर हमला नहीं करेंगे और पूर्वी यूरोप का आपसी बंटवारा करेंगे। लेकिन जून 1941 में जब जर्मनी ने सोवियत संघ पर हमला किया तो यह संधि अमान्य हो गई। इस घटना ने वैश्विक राजनीति की दिशा बदल दी और अंततः अमेरिका के द्वितीय विश्व युद्ध में शामिल होने का मार्ग प्रशस्त हुआ।
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