राणा रावल रतन सिंह
1303 ईस्वी में जब अलाउद्दीन खिलजी ने चित्तौड़गढ़ पर आक्रमण कर उसे अपने अधिकार में लिया, तब वहां के शासक राणा रावल रतन सिंह थे। इसी दौरान चित्तौड़गढ़ में राजपूत रानियों का पहला जौहर हुआ, जिसका नेतृत्व रावल रतन सिंह की पत्नी रानी पद्मिनी ने किया। उन्होंने सुल्तान के समक्ष आत्मसमर्पण करने की बजाय मृत्यु को चुना।
This Question is Also Available in:
English