केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दो वर्षों के लिए 2,000 करोड़ रुपये के बजट के साथ 'मिशन मौसम' को मंजूरी दी। इसका उद्देश्य भारत के मौसम और जलवायु संबंधी अनुसंधान, सेवाओं और प्रौद्योगिकियों को बढ़ाना है। मिशन मौसम AI, मशीन लर्निंग और उच्च प्रदर्शन कंप्यूटिंग जैसी उन्नत प्रणालियों का उपयोग करके मौसम निगरानी, पूर्वानुमान और प्रबंधन में सुधार पर केंद्रित है। यह सटीक मौसम और जलवायु जानकारी प्रदान करेगा, जिसमें मानसून का पूर्वानुमान, चरम मौसम की चेतावनियां और वायु गुणवत्ता अपडेट शामिल हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग, भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान और राष्ट्रीय मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान केंद्र द्वारा कार्यान्वित। यह कृषि, आपदा प्रबंधन, विमानन और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों को लाभान्वित करता है।