बिहार सरकार के कला, संस्कृति और युवा विभाग ने मुख्यमंत्री गुरु-शिष्य परंपरा योजना शुरू की है। इसका उद्देश्य दुर्लभ लोक कलाओं, संगीत परंपराओं और चित्रकला को गुरु-शिष्य प्रणाली के माध्यम से पुनर्जीवित करना है। इस योजना में युवाओं को संरचित प्रशिक्षण दिया जाता है। इसमें गुरु को ₹15,000, संगत कलाकार को ₹7,500 और शिष्य को ₹3,000 मासिक प्रोत्साहन मिलता है। वर्ष 2025–26 के लिए ₹1.11 करोड़ आवंटित किए गए हैं।
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