किसी वस्तु की गतिज और स्थितिज ऊर्जा का योग उसकी कुल यांत्रिक ऊर्जा होता है। मुक्त पतन के दौरान उसके मार्ग के किसी भी बिंदु पर स्थितिज ऊर्जा में कमी उतनी ही मात्रा में गतिज ऊर्जा में वृद्धि के रूप में बदल जाती है। इस प्रकार गुरुत्वाकर्षण स्थितिज ऊर्जा लगातार गतिज ऊर्जा में परिवर्तित होती रहती है।
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