हाल ही में भारत के रक्षा मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की निगरानी अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) द्वारा की जानी चाहिए ताकि वैश्विक परमाणु सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। IAEA परमाणु विज्ञान और तकनीक में सहयोग के लिए प्रमुख अंतरसरकारी संस्था है। इसका उद्देश्य परमाणु ऊर्जा का सुरक्षित, संरक्षित और शांतिपूर्ण उपयोग सुनिश्चित करना है और यह वैश्विक अप्रसार नियमों का पालन करता है। IAEA का संविधान 23 अक्टूबर 1956 को स्वीकृत हुआ और 29 जुलाई 1957 से प्रभावी हुआ। इसका मुख्यालय ऑस्ट्रिया के वियना शहर में है। IAEA के 178 सदस्य देश हैं और यह परमाणु शासन में महत्वपूर्ण वैश्विक भूमिका निभाता है।
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