ISRO अध्यक्ष वी. नारायणन ने 17 मार्च 2025 को IIT मद्रास में "श्री एस. रामकृष्णन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन फ्लूड एंड थर्मल साइंस रिसर्च" का उद्घाटन किया। यह केंद्र अंतरिक्ष तकनीकों को आगे बढ़ाकर और वैश्विक शोध प्रतिभाओं को आकर्षित कर 'आत्मनिर्भर भारत' का समर्थन करता है। यह अंतरिक्ष यान और लॉन्च वाहन के तापीय प्रबंधन पर केंद्रित है, जो भारत के अंतरिक्ष मिशनों के लिए महत्वपूर्ण है। IIT मद्रास के पूर्व छात्र एस. रामकृष्णन ने PSLV और GSLV MK3 के विकास में अहम योगदान दिया। ISRO वैज्ञानिक IIT मद्रास के साथ मिलकर अंतरिक्ष यानों के लिए उन्नत कूलिंग सिस्टम विकसित करेंगे। यह शोध भविष्य के चंद्र, मंगल और गहरे अंतरिक्ष मिशनों का समर्थन करेगा।
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