Q. 1931 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में कितने प्रतिनिधि भेजे थे?
Answer: एक
Notes: सितंबर से दिसंबर 1931 (7 सितंबर 1931 से 1 दिसंबर 1931) के बीच आयोजित द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में कांग्रेस ने भाग लिया। यह गांधी-इरविन समझौते के बाद हुआ, जिसने नमक सत्याग्रह को समाप्त किया था। इस सम्मेलन में गांधी कांग्रेस के एकमात्र आधिकारिक प्रतिनिधि थे। उन्होंने तर्क दिया कि कांग्रेस ही राजनीतिक भारत का प्रतिनिधित्व करती है, इसलिए मुसलमानों या अन्य अल्पसंख्यकों के लिए अलग निर्वाचक मंडल या विशेष सुरक्षा की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि दलित वर्ग हिंदू समाज का हिस्सा हैं, इसलिए उन्हें अल्पसंख्यक नहीं माना जा सकता। हालांकि, मुस्लिम लीग और डॉ. बी. आर. अंबेडकर सहित अन्य प्रतिभागियों ने उनके इस तर्क को अस्वीकार कर दिया। सम्मेलन के अंत में ब्रिटिश सरकार ने अल्पसंख्यक प्रतिनिधित्व के लिए एक साम्प्रदायिक पुरस्कार जारी करने का निर्णय लिया, लेकिन इसमें यह प्रावधान था कि यदि सभी पक्ष किसी स्वतंत्र समझौते पर सहमत होते हैं तो उसे लागू किया जा सकता है। गांधी 28 दिसंबर 1931 को लंदन में द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने के बाद भारत लौटे और उसी दिन कांग्रेस कार्यसमिति ने सविनय अवज्ञा आंदोलन फिर से शुरू करने का निर्णय लिया।

This Question is Also Available in:

English
Question Source: 📚40000+ सामान्य ज्ञान / सामान्य अध्ययन प्रश्नोत्तरी उपर्युक्त प्रश्न GKToday Android ऐप पर 40000+ सामान्य ज्ञान / सामान्य अध्ययन प्रश्नोत्तरी श्रृंखला [English - हिंदी] पाठ्यक्रम से लिया गया है। Download the app here.