18 जून 1923 को अखिल भारतीय ध्वज दिवस मनाने के साथ ही झंडा सत्याग्रह को राष्ट्रीय पहचान मिली और नागपुर इसका केंद्र बना। इसका नारा था "नागपुर चलो"। 1923 में जब जबलपुर में पुलिस कमिश्नर ने हमारे राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया, तब सरोजिनी नायडू और मौलाना आजाद ने जबलपुर के टाउन हॉल में ध्वज फहराया।
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