रामकृष्ण मिशन की स्थापना 1897 में स्वामी विवेकानंद ने की थी। वे रामकृष्ण परमहंस के शिष्य और एक आध्यात्मिक नेता थे। स्वामी विवेकानंद ने वेदांत और योग के हिंदू दर्शन को पश्चिमी दुनिया से परिचित कराया और वे भारत के प्रमुख राष्ट्रीय नायकों में माने जाते हैं। 1886 में अपने गुरु रामकृष्ण परमहंस के निधन के बाद उन्होंने अमेरिका की यात्रा की और 1893 में शिकागो में विश्व धर्म महासभा में ऐतिहासिक भाषण दिया। इससे रामकृष्ण के विचार और रामकृष्ण मिशन की शिक्षाएं पूरी दुनिया में फैलीं। यह मिशन एक आध्यात्मिक संगठन है जो सद्भाव, सहिष्णुता और करुणा के मूल्यों को बढ़ावा देता है और भारत सहित दुनिया भर में कई परोपकारी, शैक्षिक और सामाजिक सेवा कार्यक्रम संचालित करता है।
This Question is Also Available in:
English