राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड ने असम के होलोंगापार गिबन अभयारण्य में तेल अन्वेषण की मंजूरी को स्थगित कर दिया है। यह अभयारण्य हूलक गिबन का घर है, जो भारत में पाए जाने वाले एकमात्र वानर हैं। हूलक गिबन की दो प्रकार की प्रजातियाँ हैं: पश्चिमी हूलक गिबन (Hoolock hoolock) और पूर्वी हूलक गिबन (Hoolock leuconedys)। पश्चिमी हूलक गिबन का व्यापक क्षेत्र है, जो सभी पूर्वोत्तर राज्यों में पाया जाता है। पूर्वी हूलक गिबन विशेष रूप से अरुणाचल प्रदेश और असम के क्षेत्रों में स्थित है। पश्चिमी हूलक को IUCN रेड लिस्ट में संकटग्रस्त और पूर्वी हूलक को असुरक्षित के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
This Question is Also Available in:
Englishमराठीಕನ್ನಡ